खाली काबा और सेंट पीटर स्क्वेयर से मजदूरों की भीड़ तक, दुनिया की वे तस्वीरें जो सदियों याद रखी जाएंगी

दुनिया में कोरोना से हुई मौतों का आंकड़ा एक लाख पार कर गया है। दिसंबर से लेकर अभी तक दुनिया के अलग-अलग देशों में फैली इस महामारी की कुछ तस्वीरें हैं जो चौंकानेवाली भी हैं और दर्दनाक भी। ऐसी ही कुछ मार्मिक तस्वीरों से जानिए दुनिया में कोरोना की कहानी...



तारीख : 25 मार्च
जगह : पाकिस्तान का क्वेटा




पाकिस्तान में अब तक कोरोना के 4 हजार 688 मामले आ चुके हैं और 68 लोगों ने अपनी जान गंवाई है। तस्वीर क्वेटा शहर में सुरक्षाबलों की पैट्रोलिंग की है जो हथियारबंद होकर सरकार के आंशिक लॉकडाउन का पालन करवाने निकली है।




तारीख : 9अप्रैल
जगह : न्यूयॉर्क



न्यूयॉर्क में अब तक 1.5 लाख लोग कोरोना पॉजिटिव हुए हैं जो किसी भी देश से ज्यादा संख्या है। ड्रोन से ली यह तस्वीर न्यूयॉर्क के हर्ट आइलैंड की है जहां डिपार्टमेंट ऑफ करेक्शन बड़ी संख्या में शवों को दफनाने का काम कर रही है।



तारीख : 27 मार्च
जगह : वेटिकन सिटी



रोम के वेटिकन सिटी का यह स्क्वेयर पहले पोप सेंट पीटर के नाम पर है। इतने बड़े इलाके में इसे बनाया गया था ताकि ज्यादा लोग पोप को दुआएं देते देख सकें। कोरोना के चलते जब उस दिन पोप प्रेयर के लिए आए तो यह स्क्वेयर खाली था।



तारीख : 22 मार्च
जगह : इटली



संडे मास के लिए ग्युसियानो इटली के मेंबर्स ने अपनी तस्वीरें भेजी थीं। रिलीजियस सर्विस जब शुरू हुई तो उसका ऑनलाइन वीडियो लोगों के घरों तक स्ट्रीम किया गया। तस्वीर उसी संडे मास की है।


तारीख : 9 मार्च
जगह : वुहान, चीन



कोरोना वायसर की शुरूआत चीन के शहर वुहान से हुई वहां पीड़ितों के इलाज के लिए एक अस्थाई अस्पताल बनाया था। जब वहां के सभी कोरोना वायरस पेशेंट डिस्चार्ज होकर चले गए तो मेडिकल स्टाफ ने इस अंदाज में खुशियां मनाईं। तस्वीर उसी सेलिब्रेशन की हैं।


तारीख : 5 मार्च
जगह : सउदी अरब



म्युनिसिपल वर्कर्स ने मक्का की मस्जिद में काबा को खाली करवाया। इस इलाके के खाली होने का ये इतिहास का संभवत: पहला मौका था। सउदी अरब की ये इस्लाम की पवित्रतम जगह मानी जाती है। कोरोना वायरस के चलते इलाके को स्टरलाइजेशन के लिए खाली करवाया था। इसी के साथ सालभर यहां होने वाले उम्रह को भी रोक दिया गया है।


तारीख : 22 मार्च
जगह : दक्षिण कोरिया



ये वह मेडिकल फाइटर्स हैं जो कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे हैं। इन्हें हर दिन आधा घंटा लगता है अपने चेहरे के उन जख्मों की मरहम पट्‌टी करने में जो इन्हें लंबे घंटों तक प्रोटेक्टिव मास्क पहनने की वजह से मिले हैं।


तारीख : 28 मार्च
जगह दिल्ली : गाजियाबाद



प्रवासी मजदूरों की यह बेतहाशा भीड़ बस अड्‌डे के बाहर इंतजार कर रही है उस गाड़ी जो उन्हें अपने गांव पहुंचाए। भारत में 21 दिन का लॉकडाउन लगने के बाद ये तस्वीर दिल्ली के नजदीक गाजियाबाद की है। इनमें ज्यादातर बिहार और उप्र के मजदूर हैं जो पैदल ही घर की ओर निकल पड़े थे।


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